नारायण कावड़म भागवड़ा पुराण के छठे स्कंद के अध्याय आठ में होता है। यह हमारे दुश्मनों को देखा और अनदेखी से खुद को बचाने के लिए एक कवच है । अभिमन्यु के पुत्र राजा परिक्षित अपने शिक्षक ऋषि शुका से अपने शत्रुओं से स्वयं को बचाने का साधन मांगते हैं। इसके बाद ऋषि शुक्ला उन्हें नारायण कावड़म सिखाती हैं, जिसे मूल रूप से थवास्त्र के पुत्र ऋषि विवारोपा ने इंद्र को सिखाया था। माना जाता है कि इस कवच को पढ़ने वाले मनुष्य की आत्मा अत्यंत पवित्र हो जाती है और जो भी इसे पढ़ता है उसकी रक्षा भगवान विष्णु करते हैं। इस महान स्तोत्र के श्लोक 4-11 हमें इस कव्वाली को पढ़ने से पहले हमें जो तैयारी करनी चाहिए, उसके बारे में विस्तार से बताते हैं । टैग्स: हिंदी #narayan #narayan कावाच गीत #narayan #narayan कावच गीत #narayan कावाच #narayan लाभ #narayan #narayan कावाच के लाभ #narayan कवच का पथ #narayan #Bhagvat अचारिया #Bhagvat #Bhagvat
संस्करण इतिहास
- विवरण 1.3 पर तैनात 2017-07-22
कार्यक्रम विवरण
- कोटि: घर और शौक > कोई मनोरंजन-क्रिया
- प्रकाशक: DIVINE DIGITAL
- लाइसेंस: मुफ्त
- मूल्य: N/A
- विवरण: 1.3
- मंच: android