द्वारा कार्यक्रम Parag Gujar

  • Gyaneshwar Haripath मुफ्त

    ज्ञानेश्वर हरिपथ भारत में वराकारी सम्प्रेम के लिए प्रतिदिन श्लोकों का जप करते हैं।हरिपथ 28 अबांगस का संग्रह है, जो तेरहवीं शताब्दी में संत श्री ज्ञानेश्वर महराज द्वारा लिखा गया था, आम आदमी के लिए भगवान की उपाधि तक पहुंचने